⏩जेसीसी विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि बाल्को की घटना याद है. अरुण शौरी मंत्री थे. तब मैंने एक बयान दिया था कि बाल्को का निजीकरण ग़लत है, लेकिन यह हुआ. निजीकरण का हम विरोध नहीं कर रहे, लेकिन किसी दूसरी जगह करें. ये बस्तर है बस्तर. तालाब खुदा नहीं मगरमच्छ पहले आ गए हैं. जैसे भिलाई स्टील प्लांट पर हम गर्व करते हैं, वैसे ही नगरनार प्लांट पर हमें गर्व होता. बस्तर और कश्मीर में बहुत सी समानताएं हैं. वहाँ आतंकवादी आते हैं, यहाँ हमारे ही नौजवान खून की नदियाँ बहते हैं. बस्तर खूबसूरत है, हालात सामान्य होते तो देश का सबसे बड़ा चित्रकोट वाटरफाल देखने देशभर से लोग आते. नगरनार का बेचना मतलब बस्तर के गरीब आदिवासियों के भविष्य को तस्तरी में नक्सलियों के सामने रखना है.
🛑धर्मजीत सिंह ने कहा कि बस्तर के लोगों का दिल जितना ज़रूरी है. इस प्रक्रिया में नगरनार संयंत्र पहला काम था. मुख्यमंत्री जी से मैं आग्रह करता हूँ कि वह खुद प्रधानमंत्री से मिले, गृहमंत्री से मिलें. बस्तर का ट्रेंड है कि वहाँ काम करने वाले ठेकेदार नक्सलियों को लेवी देते हैं. प्राइवेट सेक्टर के लोग लाइसनर रखते हैं. ये कारख़ाना तो बिकने नहीं दिया जाएगा. छत्तीसगढ़ की जनता मुख्यमंत्री के साथ है. रोज़गार से ही बस्तर शांत होगा. ये विनिवेश नहीं होना चाहिए. बस्तर संवेदनशील क्षेत्र है. तलवार की धार पर चल रहा है बस्तर. केंद्र को जहां विनिवेश करना है वहाँ करे. रेल का कर ले, पोर्ट का कर ले लेकिन बस्तर को छोड़ दें.।
💥जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ "जे" विधायक धर्मजीत सिंह जी ने विधानसभा में रखी बात बस्तरवासियों के भविष्य सपनों का नगरनार स्टील प्लांट निजीकरण पर कहा💥
दिसंबर 29, 2020

