छुरा गरियाबंद
रिपोर्टर-रामकुमार यादव
संपर्क सूत्र 9009867006
*शासकीयकरण की मांग पर प्रदेश भर मे किया जा रहा प्रदर्शन*
छुरा -----प्रदेश पंचायत सचिव संघ ब्लाक इकाई छुरा ने अपने एक सूत्रीय मांग 2 वर्ष परीक्षा अवधि पूर्ण के पश्चात शासकीयकरण की मांग को लेकर छुरा जनपद पंचायत के समस्त ग्राम पंचायत सचिव के द्वारा 1 दिवसीय धरना प्रदर्शन एवं रैली निकालकर माननीय मुख्यमंत्री जी के नाम अनुविभागीय अधिकारी राजस्व छुरा/तहसीलदार को ज्ञापन सौपा गया एवम् माननीय मुख्य सचिव छ ग शासन के नाम मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत छुरा को ज्ञापन सौपा गया धरना प्रदर्शन एवम् रैली के दौरान पंचायत सचिवो के द्वारा अपनी मांगो को पूर्ण करने के सम्बंध में नारे बाजी किया गया एवम् एक सूत्रीय मांग शासकीयकरण को यथा शीघ्र पूर्ण करने हेतु शासन से मांग की गयी धरना प्रदर्शन एवम् रैली का नेतृत्व जिला अध्यक्ष प्रवीण साहू एवं ब्लाक अध्यक्ष कृषलाल सिन्हा द्वारा किया गया।
*आगे भी जारी रहेगा आंदोलन*
धरना व रैली प्रदर्शन पर जब हमारे संवाददाता ने जिला अध्यक्ष प्रवीण साहू एवम ब्लाक अध्यक्ष कृषलाल सिन्हा से बात की तो उन्होंने बताया की - आज हम आर पार की लडाई लड़ने जा रहे है,आज हर विभागों मे कार्यरत कर्मचारी शासकीयकरण हो चुके लेकिन पंचायत सचिव आज भी शोषित है, हम एक सूत्रीय मांग रखे है 2 वर्ष की परिविक्षा अवधि उपरांत कर्मचारी को शासकीयकरण की श्रेणी मे शामिल किया जाना चाहिए और जब तक शासन के द्वारा हमारी मांगो को पुरा नही किया जायेगा तब तक हम इसी तरह आंदोलन करते रहेंगे, अभी हमारे संघ ने निर्णय लिया है की ब्लॉक स्तर पर एक दिवसीय धरना के बाद काम बन्द कलम बन्द हड़ताल 26 दिसम्बर से करेंगे जरूरत हुई तो भूख हड़ताल भी करेंगे,।
इस अवसर पर जिला अध्यक्ष प्रवीण साहू, ब्लाक इकाई छुरा अध्यक्ष कृषलाल सिन्हा, सचिव सुरेन्द्र साहू, उपाध्यक्ष होमिन सेन,जिला प्रवक्ता चेतन सोनकर , कांशीराम साहू,झंगलु साहू,गजेन्द्र साहू,उषा साहू, बोधन साहू,भूपेंद्र सेन, पिलादाऊ पटेल,भीखम यदु,भुनेश्वर ध्रुव,भुनेश मरकाम,रूपसिंग,दुर्गावती ठाकुर,खुमेश्वरी, भुनेश्वरी, नागवंशी दीवान,
ईसाई ध्रुव,टीकम चंद साहू,प्रेमलता यादव ,रामगोपाल,डेरहा,फागुन,रामखिलावन ठाकुर,कमल नारायण ,हुलास बघेल,भीषम कोषले, तीरथ नेताम,सज्जन सिंह,हरिश्चंद्र,देवेंद्र ठाकुर,यादूराम नेताम ,भगवानी ध्रुव,सन्तोष ठाकुर एवं ब्लाक के समस्त सचिव गण उपस्थित रहे।

