महासमुंद 13 दिसम्बर 2021/ महासमुंद ज़िले में खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 के लिए एक दिसम्बर से शुरू हुई धान खरीदी के बीते 13 दिसम्बर तक 39 हज़ार किसानों से समर्थन मूल्य पर 1 लाख 30 हज़ार 706 मैट्रिक टन धान की खरीदी की गई है। किसानों से 149 धान उपार्जन केन्द्रों के माध्यम से धान खरीदी की जा रही है। लगभग 17 हज़ार मीट्रिक टन धान का उठाव हुआ है। 28 हज़ार 837 डीओ जारी किए गए है। खरीदी के पश्चात् बैंक लिकिंग व्यवस्था के तहत इन किसानों को 234 करोड़ रूपए की राशि का भुगतान किया गया है। वही अवैध धान परिवहन संग्रहण के 61 प्रकरण दर्ज हुए। अवैध धान के 4520 बोरा(1801 क्विंटल) और 13 वाहन जप्त किए गए।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने संबंधित अधिकारियों को कहा कि ज़िले में खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 के लिए अब नई रणनीति के तहत प्रतिदिन दो लाख क्विंटल की ख़रीदी योजना बना कर क्रियान्वयन किया जाए। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि धान खरीदी के साथ-साथ धान उठाव एवं कस्टम मिलिंग का कार्य भी निरंतर हो रहा है। पंजीकृत मिलों के द्वारा धान उर्पाजन केन्द्रों से 16 हज़ार 796 मीट्रिक टन धान का उठाव कर लिया गया है। धान उठाव एवं कस्टम मिलिंग के लिए 28837 मीट्रिक टन का डीओ जारी किया गया है। खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राज्य शासन द्वारा खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 के तहत समर्थन मूल्य पर किसानों से धान की नकद एवं लिंकिंग के माध्यम सें खरीदी एक दिसम्बर 2021 से 31 जनवरी 2022 तक की जाएगी।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने खरीदी कार्य की पर्यवेक्षण एवं मॉनिटरिंग के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की तैनाती पहले ही कर दी है। खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में जिले के 149 उपार्जन केंद्रों धान खरीदी की अनुमानित मात्रा मीट्रिक टन का लक्ष्य निर्धारित है। कलेक्टर ने विगत वर्ष की तरह ज़िले में धान के अवैध परिवहन पर रोक लगाने ज़िले की सीमावर्ती सीमा पर नज़र रखने व रोकने कड़ी निगरानी करने के लिए 17 जाँच नाका बनाए है। सभी नाका पर पुलिस व अधिकारियों की तैनाती की गई है। ज़िले में धान ख़रीदी केंद्रों में सभी तैयारियाँ हो गई है।
राज्य सरकार के खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग मंत्रालय से जारी दिशा-निर्देशानुसार धान खरीफ वर्ष 2021-22 में छत्तीसगढ़ राज्य में किसानों से धान खरीदी की अधिकतम सीमा 15 क्विंटल प्रति एकड़ लिंकिंग सहित निर्धारित की गई है। खरीदी की राशि का भुगतान किसानों के खाते में डिजिटल मोड से किया जा रहा है।