कैंसर से जीतने महासमुन्द में संयुक्त पहल जिला अस्पताल में नौ जनवरी को लगेगा कैंसर जांच व परामर्श शिविर

जिले की कुल जनसंख्या में 14 से 15 फीसदी के कैंसर के संभावित होने के अनुमान
महज दो से तीन प्रतिशत् मरीज ही कराते हैं कैंसर का इलाज

स्क्रीनिंग करवाने वालों की संख्या भी लगभग नगण्य
कैंसर के मरीजों को राहत देने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और बाल्को कैंसर इंस्टीट्यूट के मध्य हुआ अनुबंध। प्रदेश के नामी कैंसर विशेषज्ञ और सलाहकार कैंसर संभावितों की पूर्व जांच व रोग की पहचान कर पीड़ितों का जिला अस्पताल में ही करेंगे उपचार

महासमुन्द 03 जनवरी 2020/कैंसर लाइलाज नहीं है, बल्कि जागरूकता के अभाव और भ्रांतियों के दुष्प्रभाव के चलते असाध्य रोग की श्रेणी में पैर पसार रहा है। सरल शब्दों में कहा जाए तो पीड़ितों द्वारा लक्षण पहचान कर सही इलाज नहीं होने की स्थिति में यह उनके लिए जानलेवा साबित होता है।
गैर संचारी रोग विभाग के जिला नोडल अधिकारी डॉ अनिरुद्ध कसार के मुताबिक कैंसर को लेकर महासमुंद में स्थिति अपेक्षाकृत अधिक गंभीर है। जिला स्तरीय अनुमानित आंकड़े प्रदर्शित करते हैं कि जिले की कुल जनसंख्या में तकरीबन 14 से 15 फीसदी मरीज कैंसर संभावित हो सकते हैं। पीड़ितों में सिर्फ दो से तीन प्रतिशत के आसपास ही इसका ईलाज करवाते हैं और पूर्व जांच यानी कि स्क्रीनिंग करवाने वालों के आंकड़े तो लगभग नगण्य ही प्रतीत होते हैं। आधुनिक दौर में उपलब्ध संसाधनों के साथ चिकित्सा विज्ञान कैंसर निदान की दिशा में इतनी तरक्की कर चुका है कि पीड़ित का ईलाज संभव है।
इस ओर जिले में बढ़ते कैंसर पीड़ितों की संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने एक सराहनीय पहल की है। गैर संचारी रोग कार्यक्रम की जिला सलाहकार सुश्री अदीबा बट्ट ने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ मिशन और बाल्को कैंसर इंस्टीट्यूट रायपुर के बीच हुए एक करार में 09 जनवरी 2020 को जिला अस्पताल परिसर में एक विशाल स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जाएगा। यह कैंसर पीड़ितों को बिना राजधानी गए कम से कम समय में जिला स्तर पर ईलाज उपलब्ध कराने का संयुक्त प्रयास है। जिसमें बाल्को कैंसर इंस्टीट्यूट के नामी कैंसर विशेषज्ञ और जिले के अनुभवी चिकित्सकीय सलाहकार परामर्श एवं उपचार प्रदान करेंगे। कैंसर संभावित मरीजों की स्क्रीनिंग अर्थात् पूर्व जांच की जाएगी। साथ ही डायग्नोसिस के दौरान बायोप्सी और फएनएसी जैसे टेस्ट कर बीमारी का पता लगा कर ईलाज संबंधी चिकित्सकीय सुविधाएं भी मुहैया कराई जाएंगी।
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