राजिम विधानसभा से नेहरू साहू का रिपोर्ट
विकासखंड फिंगेश्वर किसानों ने बताया कि शासन के योजनानुसार हरित क्रांति विस्तार योजना के तहत किसानो को प्रदर्शन स्वरूप धान बीज वितरण किया गया जिसमें किसानों को ऐजाडिक्टिन,वामपाउडर, जिंक पाउडर, महानदी कल्चर ,राहर बीज और ढेचा बीज कोई गांव में तीन तो कोई गांव में पांच किलो बिल्कुल मुफ्त (नि: शुल्क) है किसी भी प्रकार से राशि नहीं लेना है सिर्फ ढेचा बीज 61रूपये किलो एक किसान को तीन किलो से पांच किलो दिया गया इसी तरह महानदी कल्चर 40 रूपये इस प्रकार पांच किलो ढेचा बीज का भी मुल्य जोड़ कर 61*5=305 रू महानदी कल्चर का 40 रूपये टोटल 345 रूपये होता है जबकि किसानों से लुटेरे अधिकारी अलग अलग गांव के किसानों से अलग अलग रूपए लिया गया सिर्रीखुर्द के किसानों से 490 रूपए लिया गया जब किसान आवाज उठाया गया तो कुछ रूपये राहल बीज के साथ लौटा दिया गया सेंदर के किसानों से 220 पाली पेण्ड्रा के किसानों से 1000 रूपये लिए गए जबकि समान सभी जगह मिलते-जुलते दिया गया है फिर ये अधिकारी किसानों को लूट रहे हैं कभी भी कोई जनप्रतिनिधि किसानों से सुद लेना मुनासिब नहीं समझा क्योंकि चुनाव अभी बहुत दिन बचे हैं प्राया अधिकतर गांव में लोग कृषि विभाग के योजना तो दूर अधिकारी को नहीं जानते पहचानते और कुछ अधिकारी सिर्फ सप्ताह में एक दो बार मिटिंग में आफिस आते हैं वो भी बकाया अपने घर से आना जाना करते हैं कभी भी मुख्यालय में और किसानों के बीच नहीं रहता घर बैठे वेतन ले रहे हैं इसके खिलाफ कोई कार्रवाई भी नहीं करता ये सोच से परे है किसानों को शंका है कहीं बड़े अधिकारीयो का संरक्षण प्राप्त तो नहीं इस लिए इनको लूटने मनमर्जी करने की पूरी छूट है एक ओर शासन प्रशासन किसानों को हर हालत में सुविधा मुहैया कराने में लगे हैं ओ भी इन्ही अधिकारीयों के भरोसे जो किसान को लूटने में लगे हैं किसानों के साथ सरकार कब तक अन्याय करेंगे अब देखने वाली बात ये है कि सरकार की छवि को धुमिल करने वाले अधिकारी के ऊपर क्या कार्रवाई करते हैं